Thursday, February 10, 2011

kabhi socha bhi nahi tha

मंगलवार का दिन था

media ka galat estemal ?



वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल vishvavidyalay का चौदहवा dichhant समारोह ,महामहीम का आगमन ,मीडिया कर्मियों और प्रसासन में भिडंत ,प्रशासन पड़ा सासत में कारन मजाक, वह भी मीडिया कर्मियों के द्वारा ,मीडिया कर्मियों का कहना था हम मोबाइल लेकर जायेंगे जबकि मोबाइल ले jana प्रतिबंधित था l दो लोगो में मजाक हुआ क्या तुम mobile लेकर जा सकते हो  ,दूसरा कहा क्यों नहीं ले जा सकते  बस इतने में ,मीडिया ka गलत इस्तेमाल करते हुए ,प्रसासन ko धमकाते हुए की हम यही प्रदर्शन करेगें ,नहीं तो हमें मोबाइल लेकर जाने दो media कर्मियों ने अपनी मनवाते हुए अंदर घुसने में कामयाब हो गए ,इतना ही नहीं प्रसासन से maphi भी मग्वाया l यह है आज का मीडिया और उसके रखवाले ,वह समय गया जब महात्मा गाँधी आदि नेता अहिंसा का रास्ता अपनाते हुए देश के लिए डंडे और गोली खाने के लिए तैयार थे  , उनका मकशाद हुआ करता था ,आम जनता तक हेर एक खबर को पहुचना जिससे देश के आवाम में देश के लिए जज्बा पैदा हो l आज के log अपनी बात मनवाने के लिए, अपराध को बढावा देने, अपनी कमियों को छुपाने के लिए   मीडिया का प्रयोग करते है l