Saturday, May 21, 2011

जरा बच के नेता जी

भट्टा परसौल गाँव, जिसे आज के कुछ दिन पहले तो हम नहीं जानते थे लेकिन एक दिन एका -एक राहुल गांधी  का दौरा हुआ ,तो उस गाँव को  मै भी जान  गया और पूरा देश  भी जान गया !किसानो को लेकर यह गाँव काफी दिनों  से अपनी जमीं के लिए उत्तर  प्रदेश सरकार से  लड़ रहा है !जमीं के वास्ते भट्टा परसौल  गाँव  कितने अपनो को खो चुका है ,कितनो का इज्जत आबरू खो चुका है !यह दर्द कांग्रेस के युवराज को बर्दास्त नहीं हुई और वह भट्टा  परसौल गाँव पंहुच गए, जहा वे  किसानो के साथ उत्तर प्रदेश सरकार से दो -दो हाथ करने के लिए तैयार हो गए ,जो माया सरकार को राष नहीं आया और माया सरकार ने कांग्रेस के युवराज को गिरफ्तार कराके उत्तर प्रदेश से खदेड़ती हुई दिल्ली तक पहुंचा  दी !कांग्रेस  और राहुल गांधी को यह बात थोड़ा भी नहीं पची दूसरे दिन राहुल और भट्टा परसौल गाँव के कुछ लोग प्रधानमंत्री से मिलने पहुँच  गए जहा उन्होंने माया सरकार के खिलाफ पत्ता खोला वही राहुल ने माया सरकार के खिलाफ कई आरोप लगाये ,उन्होंने कहा कि७०लोगो को मार कर फेक दिया गया और महिलाओं का बलात्कार भी  किया गया !कांग्रेस के युवराज का यह बयान आग में घी का काम किया और और सरकार सक्तें  में आ गयी !सरकार ने जांच के आदेश दिए जो आज तक अभी भी चल रही है ,लेकिन सोचने वाली बात है कि अगर ७० लोगो कि मौत हुई तो क्या वहा मीडिया सो रही थी जो आज तक समाज के सामने नहीं ला सकी !ऐसे बयान से  यह  साफ जाहिर हो रहा है कि यह राहुल कि ना समझी है जो इस  तरह के बयान के लिए एक बार भी सोचने का मौका नहीं दी !राहुल भाभिश्य  के नेता है उन्हें ऐसे बयान से बचना चाहिए जो उनको सासत में डाल दे, अब  वे बच्चा नहीं रहे वे देश के एक बड़े नेता है !जरा बचके राहुल जी !

Wednesday, May 18, 2011

आयल चुनाव नेता जी काँव -कांव करे लगना

चुनाव के समय के नेता rahul जी  
हमारा देश लोकतान्त्रिक देश है जहाँ लोकतान्त्रिक तरीके से नेता चुना जाता है मेरे कहने का मतलब है चुनाव के माध्यम से हम नेता चुनते है !हमारे देश में नेता बनने के लिए किसी शिक्षा ,सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं होती यानी जो चाहे वह नेता बन सकता है  उसके लिए उसे भारत का नागरिक होना ,१ ८ वर्ष की उम्र का होना ,सजायाफ्ता न होना आदि बातो का जरूर ध्यान दिया जाता है !अगर हम नेता को परिभाषित करे तो नेता उसे कहना चाहिए जो  नीतियों का निर्धारण करे  और नीतियों का निर्धारण वही कर सकता है जो समाज को समाज की आवश्यकताओं व् समाज के विकाश के बारे में सोच व् समझ  सके !हमारे देश के नेता नीतियाँ समाज के विकाश के लिए कम अपने लिए ज्यादा बनाते है जिससे देश व् समाज का विकाश  कम उनका विकाश अधिक होता है !चुनाव आते ही गाँव -गाँव, गली -गली ,धुप में ठण्ड में पार्टियों में शादी विवाह में व् किसी के भी बुलाने पर नेता हाजिर हो जाते है लेकिन जब नेता जी चुनाव जीत जाते है तब ५ शाल के लिए जनता ,समाज विकाश से कोई मतलब नहीं रहता !नेता जी किसी बड़ेंशहर में अच्छा खाशा बंगला बनवाकर ,ए सी  लगवाकर बड़ीं -बड़ीं गाड़ियों में घुमा करते है !भोली भाली जनता ऐसे  नेताओ का बोलबच्चन हर चुनाव में सुनती है और उम्मीद की दीवार पर हर बार चलती है ,किसी न किसी को अपना नेता चुन लेती है लेकिन  उनकी उम्मीद एक बार फिर धोखा खां जाती है !
उत्तर प्रदेश का विधान सभा चुनाव जैसे ही जैसे नजदीक आ रहा है वैसे ही वैसे नेता जी लोगो का गावों में आना जाना बड़ रहा है कही मिश्र जी के यहाँ बट्टी चोखा की दावत है तो कही यादव जी व् बाबू  साहब के यहाँ पार्टी जिसमें मीट मछली की बढ़िया व्यव्श्था है जिसका पूरा खर्च नेता जी उठा रहे है !कही देवी देवताओं के स्थान पर प्रबचन तो कही मुसयारा का आयोजन किया जा रहा है !यह भोली भाली जनता कब इन नेताओ को समझेंगें यह तो समय ही बताएगा !
आज ऐसे नेताओं का कही कही पूछ नहीं है जो गरीब और समाज के  रखवालें हैजो समाज के लिए आज भी लड़ रहे है ,आज उन्ही नेताओं की पूछ है जो बड़ी -बड़ी गाड़ियों दो चार गनर लेकर चलते है और चुनाव आते ही छोट भैआ नेताओं को लेकर पैसों  को लुटाते है !गजब की आज की जनता है और गजब के नेता जो चुनाव आते ही कांव -कांव करने लगते है !

Monday, May 16, 2011

आने वाला कल कैसा होगा

विकाश एक सतत चलने वाली प्रक्रिया है यह तो सभी को पता है लेकिन समय कैसे -कैसे परिवर्तित होगी यह किसी-किसी को पता होता है !आने वाला समय कैसा होगा यह सोच कर बड़ा अजीब सा लगता है ,अगर हम अपने कुछ दिन पहले के  भूत काल में जाये,जब हमें लोग बताते थे की एक दिन ऐसा आएगा की हम सब एक छोटे से यन्त्र के माध्यम से देश के किसी भी कोने में  रहकर आपस में बात चीत कर सकते है  तो हमें विश्वास नहीं होता था और ऐसा लगता था की यह सब कोरी बाते है लेकिन आज यह आसान सी बात है !
इसी तरह अगर हम अपने कल को सोचे तो  बड़ा अजीब सा लगेगा जैसे -चश्में में फिल्म  देखा जायेगा ,एक आदमी ऐसा होगा जो आपका सारा काम काज कर देगा ,मीडिया फिल्ड से संवाददाता  की छुट्टी हो जाएगी क्योकि  हर व्यक्ति के हाथ में  एक ऐसा मोबाइल होगा जिससे वह नेट का माध्यम लेकर  समाचारों को संप्रेषित कर लेगाऔर मीडिया संस्थान उस समाचार को लोगो तक बड़े आसानी से पंहुचा देंगे  !मनुष्य अपने बाल से मोबाइल चार्ज करेगा ,लोग खाने की जगह एक कैप्सूल खांकर रहेंगे ,कम्प्यूटर के की बोर्ड पर हाथ तक नहीं लगाना होगा जो आदमी सोचेगा वह आटोमेटिक हो जायेगा ,कृषि योग्य जमीनों पर एयरपोर्ट खेलकूद मैदान बचे खुचे जमीं पर लोगो का आलीशान मकान होगा !लडकियां  शादी के लिए लडको से करोडो रूपया मांगेगी ,जो सबसे आमिर लोग होंगे वाही लोग साल दो साल में एक बार नहाने को पाएंगे बाकि सब लोग बिना नहाये ही रहेंगे !दस सदस्यों के  परिवार की बात लोग इतिहास में पड़ेंगे ,हमारा यह लेख  भी लोग पड़ेंगे और हमें बहुत बड़ा बिद्वान या भाभिश्यवक्ता कहेंगे !

अब नोकिया भी बेचेगी हाथ घडी



एक समय था जब  बिल अपटूडेट लोगो के हाथों में घडी को जरूर देखा जाता था  ,हर कोई व्यक्ति अपने आप को स्मार्ट साबित करने के लिए घडी पहनता था !घडी की अनेक कंपनिया अपने -अपने ब्रांड को लेकर बाज़ार में  अनेको दावा किया करती थी की मेरी घडी वाटर  प्रूफ है ,मेरी रात   के लिए उपयोगी तो कोई कहता था मेरा कलर आजीवन बना रहेगा अन्य -अन्य !बाज़ार में आये अनेको ब्रांड साम तक अपनी-अपनी जेब गरम कर लेते थे उन ब्रांडो में टाइटन ,सोनाटा ,टाइमेक्स ,सिटिजन आदि थी !
समय के साथ -साथ घडी का व्यवसाय धीरे -धीरे कम होता चला गया जहा अनेको कम्पनियाँ  आपस में प्रतिस्पर्धा कर रही थी वहीएक ऐसा इलेक्ट्रोनिक डिवाइस आया जो पूरे घडी व्यवसाय को ही चुनौती देने लगा और  लोगो के हाथों  से घड़िया छीन लिया ,आज वह डिवाइस हर किसी की पहली पसंद बनकर सबकी जेब में है ,लगभग सभी उससे परिचित है वह आज लोगो की नीद ,चैन ,व् जिंदगी जीने का सहारा बन गयी है !वह डिवाइस कुछ और नहीं मोबाइल है !मोबाइल के आ जाने से घडी लोगो के रिस्ट से उतर गयी ,चाहे हम समय का परिवर्तन कहे चाहे आवस्यकता की कमी, लेकिन घडी लोगो से दूर होती चली गयी !
समय एक बार फिरसे  बदलने  वाला है ,किसी का दिन फिर से आने वाला है जिसको लोग अनावश्यक समझते थे वह एक बार फिर से लोगो के अंग से जुड़ने वाला है ,बसरते अब ब्रांड बदलने वाला है पहले टाइटन  सोनाटा सिटिजन था तो अब नोकिया सैमसंग एलजी सोनी व चाइना ब्रांड होगा !जिस तरह से मोबाइल ने घडी को दूर भगा दिया था उससे किसी को उम्मीद नहीं थी की एक दिन फिर से हमें घडी की जरूरत समझ में आयंगी लेकिन वह समय अब आ गया है जब हर किसी के हाथ में घडी होंगी जिसमे समय देखने के साथ साथ दूर दराज उपस्थित लोगो से बात करने की सुबिधा होंगी साथ में आडिओ  विडिओ सिस्टम भी होगा !जब किसी को जरूरत पड़ेगी बात करने की तो उसे हाथ ऊपर उठा कर कान तक लगाया और बात हो गयी !

भारत जैसे देश में चाइना का बोलबाला है चाइना का अर्थ है चाइना मोबाइल से जो बाज़ार में अपना घडी  वाला मोबाइल उतार चुका है जिसे लोग बहुत ज्यादा पसंद कर रहे है !बड़ी -बड़ी कंपनिया बाज़ार में आने का पूरी तरह से मूड बना चुकी है !